- शरद मिश्रा
बांदा। भारतीय राजनीति के सबसे काले अध्याय 25 जून 1975 के आपातकाल को याद करते हुए भाजपा ने रविवार को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में जिलास्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान प्रेस वार्ता में भाजपा के जिला प्रभारी व प्रदेश सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार पर सीधा हमला बोला। नंदी ने कहा “जिस महात्मा गांधी के नाम पर कांग्रेस वोट मांगती रही, उन्हीं गांधी के आदर्शों की हत्या कर इंदिरा गांधी ने देश में लोकतंत्र का गला घोंटा था। आपातकाल कोई राजनीतिक निर्णय नहीं, यह संविधान पर तानाशाही प्रहार था।
प्रेस वार्ता में विधायक प्रकाश द्विवेदी ने भी कहा “25 जून 1975 को देश के अखबारों पर ताले पड़े थे,बोलने की आज़ादी छीन ली गई थी, विपक्षी नेताओं को जेल में ठूंस दिया गया था। लोकतंत्र को एक परिवार की सत्ता के लिए कुचल दिया गया।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि आज भाजपा की सरकार उसी लोकतंत्र की रक्षा कर रही है, जिसे कांग्रेस ने पैरों तले कुचल दिया था। 1977 में जनता की ताकत से देश ने इंदिरा गांधी को जवाब दिया और आपातकाल हटाना पड़ा। “आपातकाल केवल एक तारीख नहीं, यह याद है उस जुल्म की, जब संविधान को गिरवी रख दिया गया था। भाजपा इस काले अध्याय को उजागर करती रहेगी और जनता को सच्चाई से अवगत कराती रहेगी।” जिला अध्यक्ष कल्लू सिंह राजपूत और भाजपा नेता उत्तम सक्सेना ने भी कहा कि युवाओं को यह जानना जरूरी है कि लोकतंत्र की बुनियाद पर किस तरह कांग्रेस की सत्ता ने प्रहार किया था।